बसंत पंचमी का कण्वाश्रम मेला भव्य रंगारंग कार्यक्रम के साथ सम्पन्न
सुप्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी मीना राणा और अनिल बिष्ट के गीतों पर झूमे दर्शक
विधानसभा अध्यक्ष रितु भूषण रही मुख्य अतिथि
बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में कहा की चक्रवर्ती सम्राट भगवान भरत की जन्मस्थली कण्वाश्रम का यह वसंत उत्सव मेला कोटद्वार की जनता के साथ साथ अन्य राज्य व स्थानों के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह मेला, एक उत्सव के साथ प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि का भी प्रतीक है। सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और पारंपरिक मेलों और त्योहारों के पुराने गौरव को बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए।
उत्तराखंड देवी-देवताओं की धरती है। यहां पर आयोजित होने वाले मेले, त्यौहार और उत्सव हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग हैं। मेले हमारे जीवन में हर्ष, आनंद, उमंग, उल्लास, प्रेम, शांति, संतुष्टि तथा खुशियों का संचार करते हैं। इन मेलों से सामाजिक सहयोग, समरसता, सौहार्द तथा भाई चारा बढ़ता है। मेले सांस्कृतिक रूप से सभी को समृद्धि प्रदान करते हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने कण्वाश्रम को राष्ट्रीय पर्यटन के तौर पर विकसित करने की बात कही जिससे कण्वाश्रम को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके.
कार्यक्रम में मेला समिति के अध्यक्ष मंजुल डबराल,विश्वपाल जयंत, विमला ,जितेंद्र,जगतराम ,शांति थापा,पार्षद मनीष भट्ट,पार्षद सौरव नोड़ियाल सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
0 Comments