कोटद्वार के नवयुग पब्लिक स्कूल में हिमालयन खेल अकादमी का शुभारंभ

कोटद्वार के नवयुग पब्लिक स्कूल में हिमालयन खेल अकादमी का शुभारंभ 



  कोटद्वार। शनिवार को कोटद्वार के पदमपुर, मोटाढांग में स्थित नवयुग पब्लिक स्कूल में विभिन्न खेलों के लिए प्रशिक्षण सुविधाएं प्रशिक्षित प्रशिक्षकों द्वारा द हिमालयन अकादमी का शुभारंभ विद्यालय के संस्थापक व प्रधानाचार्या द्वारा मां सरस्वती को दीप प्रज्ज्वलित व माल्यार्पण कर संयुक्त रूप से किया गया। 

 विद्यालय के संस्थापक हुकुम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि हिमालयन अकादमी में शुरुआत में बालीबाल, कबड्डी, बैडमिंटन, बास्केटबॉल व ताकवेन्डो खेलों का प्रशिक्षण प्रशिक्षित प्रशिक्षकों द्वारा दिया जाएगा। वहीं नए सत्र से विद्यालय में ओवरआल प्रथम आने वाले सदन को द एन पी एस विक्ट्री ट्राफी से सम्मानित किया जाएगा। खेल अकादमी के शुभारंभ पर ट्राफी का अनावरण संस्थापक हुकुम सिंह नेगी व प्रधानाचार्या नीलम नेगी ने संयुक्त रूप से किया।

 द हिमालयन अकादमी के शुभारंभ पर खेल प्रशिक्षक अभिषेक घिल्डियाल, विवेकानंद,चारु संगम, विद्यालय प्रबंधक दिनेश चंद्र सिंह नेगी व विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रही।



   समाजिक संस्था कुमाऊं सामाजिक सांस्कृतिक मैत्री संगठन के तत्वावधान में लालढांग क्षेत्र के ग्राम चमरिया में फूल सक्रांति के पर्व का आयोजन


चमरिया / हरिद्वार - उत्तराखंड राज्य की समाजिक संस्था कुमाऊं सामाजिक सांस्कृतिक मैत्री संगठन की और से ग्राम सभा लालढांग क्षेत्र के ग्राम चमरिया में फूल सक्रांति के पर्व का आयोजन प्रति वर्ष की तरह धूमधाम से आयोजित किया गया।              

 फूल सक्रांति ( फूलदेई) का त्यौहार बसंत ऋतु  के चैत्र मास की पहले गते ( तिथि ) को उत्तराखंड कुमाऊं तथा जौनसार में भव्य रूप से सुगन्धित रंग-बिरंगे,मनोरम फूलों के साथ मनाया जाती है। फूलदेई के प्रातः काल से गांव के छोटे छोटे बच्चे गांव में टोलियां बनाकर प्रत्येक घरों में जाकर देहली  के बीच में फूल डालते हैं  तथा यह गीत गुनगुनाते हैं । 

फूल देई, छम्मा देई ,जतुक देला,उतुका  सहि ,दैणी द्वार भर  भकार यो देलि सौ बारम्बार  नमस्कार।

 फूल खेलने का कार्य अवयस्क लड़के लड़कियां मिल कर फूलदेई पर फूल खेलते है फूल संक्रांति के दिन सभी  घरो में पकवान बनते हैं बच्चों को गुड़ चावल और पैसे एवं पकवान खिला कर विदा करा जाता है ।

चिन्हित राज्य आन्दोलन कारी समिति ( रजि०) के प्रदेश महामंत्री आर० एस० मनराल ने कहा कि यह हमारी उत्तराखंड राज्य की पुरानी संस्कृति है जिसको संरक्षित करने का कार्य आज भी अंग्रेजी शासनकाल से बसे कुमाऊं वंशजों के लोग कर रहे हैं। कुमाऊं वंशजों के गढ़वाल व हरिद्वार क्षेत्र में बसे लोग अपने सभी पौराणिक त्योहार जैसे घुघुति, बसंत पंचमी,फूल सक्रांति , बैसाखी ,खतडुवा,हरेला ,घी सक्रांति त्यौहारो  को आज भी हर्षोल्लास से मनाते है ।

कुमाऊं समाजिक सांस्कृतिक मैत्री संगठन मिल कर इस वर्ष १७ मार्च रविवार को  कुमाऊं होली मिलन का आयोजन हरिद्वार जिले के लालढांग ग्रामसभा के चमरिया गांव में कर रहा है । जिसमें कोटद्वार क्षेत्र के स्नेह, लालपानी, दुर्गापुरी,मोटाढाक, कलालघाटी, सिगड्डी से कुमाऊं की विभिन्न कीर्तन व महिला मंडलियां इस आयोजन में  भाग ले रही हैं।


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