कुमाऊनी सामाजिक सांस्कृतिक मैत्री संगठन द्वारा होली मिलन समारोह
विश्व प्रसिद्ध कुमाउंनी होली ने लालढांग चमरिया में जमाया रंग
दूरदर्शन, आकाशवाणी, कीर्तन मंडलियों और स्थानीय लोक कलाकारों ने झुमाया दर्शकों को
चमरिया लालढांग के सिद्धबाबा में मंदिर में बिखरे कुमाउंनी होली के रंग
कोटद्वार/चमरिया/लालढांग। बसंत ऋतु आगमन के साथ रंग-बिरंगे मनमोहक फूलों की छटा के साथ रंगो के त्यौहार होली की दस्तक भी शुरू होने लगती है।
रविवार से होली त्यौहार की पहचान रंग-बिरंगे अबीर गुलाल लगाने की परम्परा शुरू हो गई।
कोटद्वार में अंग्रेजी शासनकाल से बसे कुमाउंनी प्रवासियों के द्वारा कुमाउंनी सामाजिक सांस्कृतिक मैत्री संगठन के संरक्षण में हरिद्वार जिले के चमरिया लालढांग में सिद्धबाबा मंदिर परिसर में सिद्धबाबा के आशीर्वाद से होली मिलन का आयोजन चमरिया लालढांग के कुमाउंनी वंशजों परिवारों के सहयोग से बडे़ उत्साह उमंग के साथ हर्षोल्लास से आयोजित किया।
चमरिया लालढांग के सामाजिक कार्यकर्ता रविन्द्र मनराल व पूरन अधिकारी द्वारा कोटड़ीढांग सनेह, लालपानी, कोटद्वार, शिवराजपुर, दुर्गापुरी मोटाढांग, लछमपुर कलालघाटी, श्रीरामपुर सिगड्डी, चमरिया, लालढांग, रसूलपुर व आस-पास के क्षेत्रों की महिला कीर्तन मंडलियों, स्थानीय लोक कलाकारों, आकाशवाणी व दूरदर्शन के उत्तराखंडी लोक कलाकारों को एक मंच पर कुमाउंनी होली का आयोजन कर कुमाऊं की विश्व प्रसिद्ध होली परम्परा को सार्वजनिक मंच दिलाया।
कार्यक्रम का शुभारंभ लालढांग चमरिया की क्षेत्र पंचायत सदस्य राजेश्वरी देवी, कुमाउंनी सामाजिक सांस्कृतिक मैत्री संगठन के अध्यक्ष हुकुम सिंह नेगी, मुख्य अतिथि नंदन सिंह जलाल, विशिष्ट अतिथि मोहन चंद्र हतेली प्रधानाचार्य रा.इं.का. लालढांग,प्रताप सिंह बिष्ट, मीना अधिकारी द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दूरदर्शन और आकाशवाणी के उत्तराखंडी लोक गायक दयाशंकर फुलारा व गीता नेगी के गणेश वंदना से शुरू हुई। तत्पश्चात चमरिया लालढांग की सिद्धबली कीर्तन मंडली द्वारा राधा कृष्ण की कुमाउंनी होली की नृत्य गीत से रंगारंग कार्यक्रम, कोटडी़ढांग सनेह की भागीरथी कीर्तन मंडली द्वारा राधा कृष्ण की ठिठोली, लछमपुर कलालघाटी की पार्वती कीर्तन मंडली द्वारा कुमाउंनी होली के विभिन्न होली के नृत्य गीत व सिगड्डी श्रीरामपुर की महालक्ष्मी कीर्तन मंडली द्वारा राधा कृष्ण और कुमाउंनी होली के रंगारंग कार्यक्रमों से दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया।
कार्यक्रम में मोटाढांग शिवराज पुर के रामसिंह नेगी व लछमपुर कलालघाटी के सोबन सिह और कुंदन सिंह नेगी के झोड़ा नृत्य गीत, होली गीत और बारहमासी कुमाउंनी गीत ने कार्यक्रम को चार चांद लगाने का काम किया। आकाशवाणी के लोकगायक व अध्यापक संभव अधिकारी की कुमाउंनी सामाजिक सांस्कृतिक मैत्री संगठन पर बनाई गई कविता और 'रंगीली बिंदी घाघर काई' गीत ने तो कार्यक्रम को आकाश की ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया।
कार्यक्रम का संचालन पुष्कर सिंह पवार, कुबेर जलाल व सुधीर पांडे द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संगठन के उपाध्यक्ष जगदीश पांडे, कोषाध्यक्ष पूरण अधिकारी, प्रताप सिंह बिष्ट,अजय कुकरेती, आंनद प्रकाश शर्मा,जगत सिंह पटवाल, पार्वती बिष्ट, प्रवक्ता कुबेर जलाल, कैलाश अधिकारी, भास्कर पोखरिया व प्रताप अधिकारी ने अपना भरपूर सहयोग किया। चमरिया की सिद्धबाबा कीर्तन मंडली व मंदिर समिति द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे लोगों को जलपान व प्रसाद वितरण में अनुकरणीय सहयोग दिया गया।
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