सरकारी कार्यक्रमों एवं नीतियों का प्रभावी क्रियान्वयन तथा हेतु पौड़ी मे त्वरित समाधान दल (रैपिड सॉल्यूशन टीम) का गठन
पौड़ी। जनपद में संचालित विभिन्न विकास योजनाओं, सरकारी कार्यक्रमों एवं नीतियों का प्रभावी क्रियान्वयन, समयबद्ध समीक्षा तथा स्थानीय स्तर पर उत्पन्न समस्याओं के त्वरित समाधान के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान की अध्यक्षता में जिला कार्यालय स्थित एनआईसी कक्ष में बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद पौड़ी में पायलट प्रोजेक्ट के तहत त्वरित समाधान दल (रैपिड सॉल्यूशन टीम) का गठन किया गया है। इस टीम का उद्देश्य जनपद के अलग-अलग क्षेत्रों की समस्याओं का त्वरित समाधान करना है।
त्वरित समाधान दल (रैपिड सॉल्यूशन टीम) में 11 जनपद स्तरीय अधिकारियों को शामिल किया गया है, जिसमें अधिशासी अभियंता निर्माण खण्ड पौड़ी, अधिशासी अभियंता जल संस्थान पौड़ी, अधिशासी अभियंता जल निगम पौड़ी, अधिशासी अभियंता विद्युत विभाग पौड़ी, जिला पंचायतीराज अधिकारी, मुख्य कृषि अधिकारी, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा उप प्रभागीय वनाधिकारी गढ़वाल वन प्रभाग शामिल होगें। यह टीम जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में शिविर व रात्रि चौपाल का आयोजन करेगी, जहां ग्रामीणों की समस्याएं सुनी जाएंगी और उनका शीघ्र समाधान किया जाएगा। संबंधित शिविरों में लाभार्थियों और शिकायतकर्ताओं का डेटा एकत्र किया जाएगा, जिससे आगे की योजनाओं को प्रभावी रूप से क्रियान्वित किया जा सके।
जिलाधिकारी का ड्रग्स सप्लाई करने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही का निर्देश
पौड़ी । जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने जिला कार्यालय स्थित एनआईसी कक्ष में एनकोर्ड के तहत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक ली। बैठक में नशे पर अंकुश लगाने के लिए जिलाधिकारी ने पुलिस, राजस्व व आबकारी विभाग को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
शनिवार को आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने ड्रग्स इंस्पेक्टर को बीच-बीच में मेडिकल स्टोरों में छापेमारी करने के निर्देश दिये। साथ ही सीसीटीवी कैमरों को भी खंगालने को कहा। कहा कि किसी मेडिकल द्वारा नशीले पदार्थो की बिक्री की जाती है तो उन पर कार्यवाही करें। उन्होंने राजस्व व पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद क्षेत्रांतर्गत भांग व पोस्त की खेती करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध एनडीपीएस की सुसंगत धाराओं में कठोर कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। साथ ही कहा कि जिन क्षेत्रों में ड्रग्स की सप्लाई को लेकर शिकायत रहती है उन क्षेत्रों में नियमित रूप से निगरानी बनाए रखें। कहा कि ड्रग्स की सप्लाई को लेकर कोई व्यक्ति पकड़ में आता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करें। जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षाधिकारी को एक सप्ताह में नशे से होने वाले प्रभाव को लेकर एक पाठ्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिये हैं। कहा कि इस पाठ्यक्रम के माध्यम से बच्चों को नशे से होने वाले प्रभाव की जानकारी दी जा सकेगी। इसके अलावा उन्होंने पुलिस व स्वास्थ्य विभाग को शिक्षण संस्थानों में छात्र-छात्राओं को नशे से दूर रहने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाने को कहा। वहीं उन्होंने समस्त विद्यालय के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिये कि विद्यालय के नजदीक किसी दुकानदार व्यवसाय द्वारा सिगरेट, गुटखा, तंबाकू व अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री की जा रही है तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्यवाही करें।
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