पौड़ी के 2041 लाभार्थियों को मिलेगी नंदा गौरा योजना की सौगात मिलेगी 9 करोड़ 46 लाख 11 हजार की सहायता राशि

  पौड़ी के 2041 लाभार्थियों को मिलेगी नंदा गौरा योजना की सौगात

मिलेगी 9 करोड़ 46 लाख 11 हजार की सहायता राशि





पौड़ी । जनपद पौड़ी के 2041 लाभार्थियों को नंदा गौरा योजना की सौगात जल्द ही मिलेगी। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मिलने वाली इस योजना के लाभार्थियों को जल्दी आर्थिक सहायता राशि दी जायेगी।  जिसमें जनपद पौड़ी के लाभार्थियों को 9 करोड़ 46 लाख 11 हजार की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।

उत्तराखंड सरकार की नंदा गौरा योजना महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार है। इस योजना के तहत उत्तराखंड में बेटी के जन्म के समय उस बेटी के लिए 11 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। जब वह बेटी के 12वीं उत्तीर्ण कर लेती है, तो उसको 51 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। नंदा गौरा योजना के लिए केवल उत्तराखंड में रहने वाले नागरिक ही पात्र होते हैं। महिला विकास विभाग द्वारा प्रदान की जानी वाली योजना वर्ष 2016-17 तक समाज कल्याण विभाग से प्रदान होती थी। डीपीओ महिला एवं बाल विकास विभाग पौड़ी देवेंद्र थपलियाल ने बताया वर्ष 2024-25 के लिए जनपद पौड़ी में नंदा गौरा योजना के 2041 लाभार्थी चयनित हुए हैं। जिन्हें 9 करोड़ 46 लाख 11 हजार की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि योजना के तहत इस वित्तीय वर्ष में जन्म लेने वाली 237 और 12वीं उत्तीर्ण करने वाली 1804 लाभार्थी बेटियां शामिल हैं। डीपीओ थपलियाल ने बताया कि जन्म लेने वाली लाभार्थी बेटियों को योजना की 26 लाख 7 हजार और 12वीं उत्तीर्ण लाभार्थी बेटियों को 9 करोड़ 20 लाख 4 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी।


 जनपद पौड़ी में विकासखंडवार लाभार्थी
विकास खंड       जन्म लेने वाली     12वीं उत्तीर्ण
नैनीडांडा-            18                125
बीरोंखाल-            9                 138
पाबौ-                17                133
थलीसैंण-             25                218
कल्जीखाल-           12               104
कोट-                13                93
पोखड़ा-              3                 78
एकेश्वर-             14                 94
पौड़ी-               21                 94
यमकेश्वर-            9                 139
रिखणीखाल-          1                  86
दुगड्डा-              69                 267
खिर्सू-               10                 59
द्वारीखाल-            9                 104
जयहरीखाल-         7                  72
कुल-                237              1804

वनाग्नि एक अभिषाप है इसकी रोकथाम के लिए जनसहभागिता व रेखीय विभागों की तत्परता जरूरी: डीएफओ
शीतलाखेत मॉडल के तर्ज पर रानीगढ़ अदवाणी वनबंधु समिति का गठन, 30 गांवों के प्रधान व 28 वन सरपंच समिति में शामिल





   पौड़ी। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान के निर्देशों के क्रम में वन विभाग के तत्वाधान में विकासखंड सभागार
 कल्जीखाल में प्रभागीय वनाधिकारी गढ़वाल स्वन्पिल अनिरूद्व की उपस्थिति में वनाग्नि की रोकथाम हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अदवाणी रेंज को वनाग्नि से बचाने के लिए रानीगढ़ अदवाणी वन बंधु समिति का गठन करने के साथ ही स्थानीय लोगों को वनाग्नि के प्रति जागरूक किया गया।
बुधवार को आयोजित वनाग्नि रोकथाम जन जागरूकता अभियान के तहत कल्जीखाल में आयोजित कार्यक्रम में 30 ग्राम पंचायतों के प्रधान व 28 वन पंचायतों के सरपंच सहित राजस्व, पुलिस, वन, विकास विभाग के करीब 270 लोगोें ने वनाग्नि की रोकथाम को लेकर शपथ ली। मौके पर उपस्थित सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों ने अदवाणी रेंज को आग से बचाने के लिए घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करने के उपरांत घोषणा पत्र को रानीगढ़ महादेव मंदिर में पुजारी को सौंपा। डीएफओ गढ़वाल ने कार्यक्रम में उपस्थितों को वनाग्नि की रोकथाम के लिए पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने कहा कि वनाग्नि पर रोकथाम लगाने के लिए जनसहभागिता व अधिकारियों/कर्मचारियों की तत्परता अतिआवश्यक है। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे अपनी-अपनी ग्राम सभाओं में निवासरत प्रत्येक ग्रामवासी को वनाग्नि की रोकथाम के लिए जागरूक करें। उन्होंने कहा कि जंगलों से सटे गांवों में निवासरत काश्तकार खेतों की साफ-सफाई/झाड़ी कटान से पैदा हुए आड़े को न जलाएं। साथ ही वन क्षेत्रों से होकर गुजरने वाले यात्रियों को वन क्षेत्रों में धुम्रपान, लाइटर, माचिस इत्यादि का प्रयोग नहीं करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि वनाग्नि एक अभिषाप है इससे एक ओर जहां वनस्पतियों को नुकशान होता है वहीं वन्य जीव जंतुओं को भी इसकी क्षति का नुकसान झेलना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अदवाणी रेंज में शीतलाखेत मॉडल के तर्ज पर रानीगढ़ अदवाणी वन बंधु समिति का गठन किया है। यह समिति वनाग्नि के शमन के साथ-साथ अनियंत्रित वनाग्नि से प्रभावितों व जीवजंतुओं के बचाव में भी सहयोग प्रदान करेगी।
कार्यक्रम में डीएफओ सीविल एवं सोयम पवन नेगी, ब्लाक प्रमुख द्वारीखाल महेंद्र राणा, एसडीओ वन प्रभाग गढ़वाल आयषा बिष्ट, एसडीओ थलीसैंण लक्की शाह, खंड विकास अधिकारी कल्जीखाल गंगा प्रसाद लखेड़ा, अदवाणी रेंज अधिकारी दिनेश चंद्र नौटियाल, रेंज अधिकारी सतपुली भूपेंद्र नौटियाल, ग्राम प्रधान धनाऊ मल्ला कमल रावत, द्यूशा रोशन लाल, सरपंच गहड़ रामेश्वरी देवी, सरपंच दरवान सिंह सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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