उत्तराखंड सरकार और सिंचाई विभाग कोटद्वार में किसानों के साथ कर रही दुश्मनों सा व्यवहार

 उत्तराखंड सरकार और सिंचाई विभाग कोटद्वार में किसानों के साथ कर रही दुश्मनों सा व्यवहार 

 पौने छह करोड़ के पूर्वी खोह नहर में पांच माह पूर्व हुए टेंडर में सिंचाई विभाग की लापरवाही से ठेकेदार मस्त...!
 लगभग 10 किमी लम्बी नहर में पांच महीने बीतते के बाद भी कोटडी़ढांग क्षेत्र में निर्माण तो छोड़ो सफाई तक शुरू नहीं हुई।
 ठेकेदार द्वारा जितना भी काम किया गया उसमें मानकों को विभाग के आशीर्वाद से दिखाया अंगूठा..!
 विधानसभा अध्यक्ष को क्षेत्र में रहते हुई शिकायत के बावजूद नहर को किसान हित में देखने की फुर्सत नहीं....! 
 मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत के बाद कार्यवाही तो छोड़िए, संज्ञान तक नहीं ले किसान हितों का नारा देने वाली सरकार।
 सिंचाई विभाग के एई,जेई और नहर से जुड़े तकनीकी कर्मचारी एसी कार्यालय से दूरदर्शन, दूरबीन से कर रहे निरीक्षण और बजट सैटिंग का फील्ड वर्क।



 कोटद्वार। उत्तराखंड सरकार की किसान मित्र का दावा कितना सच्चा है यह हम आपको कोटद्वार में सिंचाई विभाग द्वारा कराए जा रहे कार्यों से बताते हैं। पहले सिंचाई विभाग द्वारा सिंचाई नहरों के कार्यों का विवरण देते हैं।

  कोटद्वार की जनता को संज्ञान होगा कि अक्टूबर माह में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष द्वारा खूब शोर शराबे और लाखों के पंडाल में पूर्वी खोह नहर के निर्माण कार्य जिसमें नहर सफाई व मरम्मत का लगभग पौने छह करोड़ की लागत से 10 किमी नहर का भूमिपूजन और शिलान्यास किया गया। छः महीने बीतने को है परन्तु अभी तक सिंचाई विभाग ने अपने चहेते ठेकेदारों से लगभग 1 से 1.5 किमी काम ही करवाया है।

 गौरतलब है कोटद्वार की पूर्वी खोह नहर से ग्रास्टनगंज से कोटडी़ढांग तक लगभग 10 किमी नहर से हजारों बीघा कृषि भूमि की सिंचाई होती है, परन्तु पिछले वर्ष आई बरसाती आफत ने पूरी नहर को मलबे से पाट दिया जिस कारण पूरे क्षेत्र में उस दौरान धान, मक्का और सब्जी प्रजाति की फसलें बर्बाद हो गई। उसके बाद रवि की फसल जिसमें मुख्य रूप में गेहूं व दलहनी फसलें बोई जाती है क्षतिग्रस्त नहर के कारण प्रभावित हो गई।

 किसानों की हितैषी होने का दम भरनेवाली उत्राखंड सरकार के मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और सिंचाई मंत्री ने किसानों से दिखावी वादा किया और औपचारिक घोषणा कर पल्ला झाड़ वाहवाही लूट गायब हो गए। आनन-फानन में चुनावों के मद्देनजर टेंडर जारी कर काम भी शुरू करवा दिए गए परन्तु जिस तर ठेकेदार मानकों की अनदेखी कर पांग रेत से पलस्तर कच्चे पत्थरों से चिनाई व बिना नहर सफाई के के मनमाफिक जगहों पर काम कर रहे हैं नहीं लगता कि इस बार खरीफ धान, मक्का की खेती सनेह क्षेत्र के किसान कर पाएंगे। कोटद्वार के प्रमुख कृषि क्षेत्र कोटडी़ढांग सनेह में तो सरकार और सिंचाई विभाग की अनदेखी के चलते अभी तक कार्य का श्रीगणेश तक नहीं हुवा। इस संबंध में लोक संवाद टुडे ने विधानसभा अध्यक्ष से क्षेत्र भ्रमण और पुलिया निर्माण शिलान्यास के दौरान नहर की भौगोलिक स्थिति देखने का अनुरोध किया परन्तु क्षेत्र में रहते हुए मात्र 100 -150  मी दूर देखना गवारा उचित न समझकर भविष्य में देखने की बात कर टाल दिया गया।

 इससे पूर्व भी लोकसंवाद टुडे ने किसानों के हितों से खिलवाड़ करने वाली खबर प्रकाशित की थी जिसमें नलकूप विभाग द्वारा बनाई गई सिंचाई गूल को पुरानी ईंटों से बनाने की जानकारी विभाग व सरकार तक पहुंचाने का काम किया था।

 किसानों और आम जनता से लोक संवाद टुडे आह्वान करता है कि ऐसे जनप्रतिनिधि, सरकार चुनें जो धरातल पर किसान हितों के साथ आमजन के हित के लिए समर्पित होकर काम करें जो लापरवाह भ्रष्ट अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों पर लगाम लगाकर कार्य करवाए। लोकतंत्र की सरकार के संवैधानिक मूल मंत्र - " जनता की सरकार, जनता के द्वारा चुनी सरकार और जनता के लिए।"का पालन कर सम्मान करें।

Post a Comment

0 Comments