जिला उद्योग केंद्र, कोटद्वार में 21 दिवसीय ई–कॉमर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न,28 युवाओं ने सीखे डिजिटल कौशल


जिला उद्योग केंद्र, कोटद्वार में 21 दिवसीय ई–कॉमर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न,28 युवाओं ने सीखे डिजिटल कौशल 


  कोटद्वार।जिला उद्योग केंद्र कोटद्वार द्वारा संचालित 21 दिवसीय ई–कॉमर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन हो गया है। कार्यक्रम में कुल 28 युवाओं ने प्रतिभाग कर ई–कॉमर्स से संबंधित विभिन्न तकनीकी कौशलों का प्रशिक्षण प्राप्त किया। 21 दिवसीय प्रशिक्षण में युवाओं को ग्राफिक डिजाइन, डिजिटल मार्केटिंग, वीडियो एडिटिंग और ई–कॉमर्स उद्यमिता से जुड़े उपयोगी मॉड्यूल सिखाए गए। 

मुख्य अतिथि नरसिंह कर्णवाल ने कहा कि डिजिटल युग में ई–कॉमर्स तेजी से उभरता हुआ क्षेत्र है और ऐसे कार्यक्रम युवाओं को रोजगार व स्वरोज़गार की दिशा में तैयार करते हैं। उन्होंने कहा कि कोटद्वार में हुआ यह प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं के भविष्य निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा।

महाप्रबंधक उद्योग सोमनाथ गर्ग ने कहा कि ई–कॉमर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम अपनी तरह का संभवतः उत्तराखंड का पहला विस्तृत कार्यक्रम है, जिसका मकसद युवाओं को डिजिटल बाजार की मांग के अनुरूप दक्ष बनाना है। उन्होंने कहा कि प्रतिभागियों द्वारा दिखाया गया उत्साह और उनका सीखने का समर्पण इस कार्यक्रम की सफलता को दर्शाता है।

मास्टर ट्रेनर विवेक जदली और सभी विभागों के सहयोग से यह प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर प्रबंधक उद्योग उपासना सिंह, जीएसटी विभाग के सहायक आयुक्त मितेश्वर आनंद, उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील गुप्ता और सचिव विवेक चौहान सहित अन्य उपस्थित थे।


पौड़ी जिले में क्लस्टर फार्मिंग व फ्लोरीकल्चर पर फोकस करें विभाग 


   पौड़ी/श्रीनगर। एचएनबी परिसर सभागार श्रीनगर में आयोजित समीक्षा बैठक में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कृषि, उद्यान, ग्राम्य विकास एवं सैनिक कल्याण विभागों के कार्यों की विस्तारपूर्वक समीक्षा की। बैठक की शुरुआत में ही मंत्री जोशी ने कहा कि जनपद के विकास के लिए योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन और उनका लाभ सही व्यक्ति तक पहुँचना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी विभाग समन्वय बनाकर जमीनी स्तर पर परिवर्तन लाने के लिए ठोस प्रयास सुनिश्चित करें।

कृषि और उद्यान विभागों को एकीकृत क्लस्टर फार्मिंग को बढ़ावा देने के निर्देश देते हुए उन्होंने बताया कि कीवी और सेब उत्पादन के साथ-साथ फ्लोरीकल्चर (पुष्प उत्पादन) में अपार संभावनाएँ मौजूद हैं। मंत्री ने जिला विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि जिले में ड्रैगन फ्रूट की खेती की संभावनाओं को लेकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करें।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुनवन्त, परियोजना निदेशक डीआरडीए विवेक कुमार उपाध्याय, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, जिला उद्यान अधिकारी राजेश तिवारी, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी (नि.) मेजर करन रावत, जिला परियोजना प्रबंधक कुलदीप बिष्ट सहित संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।


वाहन स्वामियों के लिए खुशी की खबर , आरसी में मोबाइल नंबर अपडेट प्रक्रिया अब हो गई सरल 



   पौडी़। संभागीय परिवहन अधिकारी द्वारिका प्रसाद ने बताया कि प्रदेशभर में पंजीयन प्रमाण पत्र (आरसी) में मोबाइल नंबर अपडेट न होने के कारण वाहन स्वामियों को कई महत्वपूर्ण सूचनाएँ समय पर प्राप्त नहीं हो पा रही हैं। उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग की अधिकांश सेवाएँ ऑनलाइन माध्यम से उपलब्ध हैं, जिनका लाभ उठाने के लिए आरसी में मोबाइल नंबर का सही होना आवश्यक है।

संभागीय परिवहन अधिकारी ने बताया कि धारा 136-ए मोटरयान अधिनियम के अंतर्गत चलान, लाइसेंस, परमिट सहित अन्य सूचनाएँ अब सीधे मोबाइल नंबर पर भेजी जाती हैं। ऐसे में वाहन स्वामी स्वयं अपने मोबाइल नंबर को ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं। इसके लिए Parivahan.gov.in पोर्टल पर उपलब्ध दो विकल्पों का उपयोग किया जा सकता है। पहले तरीके में आरसी व आधार में दर्ज स्वामी/पिता का नाम एक समान होने पर मोबाइल नंबर सीधे अपडेट किया जा सकता है। दूसरा तरीका यह है कि नाम में अंतर होने की स्थिति में आवश्यक दस्तावेज अपलोड कर कार्यालय से अनुमोदन  प्राप्त कर नंबर अपडेट किया जा सकता है।

संभागीय परिवहन अधिकारी ने वाहन स्वामियों से अपील की कि वे समय पर मोबाइल नंबर अपडेट कर विभागीय सूचनाओं का लाभ लें। 


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