कोटद्वार नगरनिगम वार्ड 3 पार्षद प्रत्याशियों का सामाजिक, राजनीतिक ताना-बाना
लोक संवाद टुडे आज की चुनावी सरगर्मी पर वार्ड नं 3 में पार्षद पद पर दावेदारी पेश कर रहे प्रत्याशियों की संक्षिप्त राजनीतिक सामाजिक गतिविधियों पर प्रकाश डालने का प्रयास कर रहा है जिससे वार्ड नं 3 की जनता जान सके कि जिस प्रत्याशी को वह अपना जनप्रतिनिधि/अविभावक बनाने जा रही वह उनके चश्मे में कितना ठीक बैठते हैं,जो दावेदार जनता के चश्मे में सही बैठेगा वहीं वार्ड नं 3 का विजेता बनेगा।
सर्वप्रथम सिद्ध बाबा के चरणों में बसे कोटड़ीढांग से शुरुआत करते हैं जहां से निर्दलीय युवा प्रत्याशी जीवन सिंह अधिकारी है जो क्षेत्र में काफी सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रहते हैं। राशनकार्ड बनवाने, वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन और जंगली जानवरों से होने वाले फसलों, जानवरों के नुक़सान व निर्धनों को स्वास्थ्य संबंधी सहायता मे सक्रियता देखने को मिलती रहती है।
दूसरे प्रत्याशी विजेन्द्र सिंह नेगी कांग्रेस प्रत्याशी के दावेदार हैं जो क्षेत्र में राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं। नेगी को पूर्व में कोटड़ीढांग ग्राम सभा प्रधान व लालपानी सनेह क्षेत्र के क्षेत्र पंचायत सदस्य के रूप में क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व का अनुभव है। वहीं पहले नगरनिगम चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में रनर अप रह चुके हैं।
तीसरे प्रत्याशी के रूप में भाजपा के टिकट से दावेदारी जता रहे युवा संजय भंडारी हैं जो भाजपा संगठन के बलबूते जनता के बीच में है। सामाजिक राजनीतिक क्षेत्र के अनुभव के रुप में भाजपा संगठन के कार्यकर्ता के रूप में युवाओं में पहचान है।
चौथे प्रत्याशी भारतीय स्टेट बैंक से सेवा निवृत्त बैंक अधिकारी और कोटद्वार के नए उद्योगपति निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में शिवहरि राणा है। शिवहरि राणा क्षेत्र में बेरोजगारों और नशे में जकड़े जा रहे युवाओं के लिए क्षेत्रीय रोजगार और स्किल डेवलपमेंट प्रशिक्षण,खेल प्रशिक्षण व निजी संसाधनों से स्ट्रीट लाइट व निर्धनों को आर्थिक मदद देकर सहायता के लिए पिछले पांच-छह सालों से क्षेत्र में पहचाने जाते हैं।
पांचवें प्रत्याशी सहकारिता क्षेत्र से सेवा निवृत्त निर्दलीय प्रत्याशी के रूप आरटीआई कार्यकर्ता और स्थानीय सामाजिक समस्याओं के लिए पिछले दस-बारह वर्षों से संघर्षरत श्रीकृष्ण सिंह नेगी जो क्षेत्र की सड़कों की बदहाल स्थिति, नहरों की जर्जर हालत,लालपानी चिकित्सालय की नरकीय ( नरक ) जैसी स्थिति के लिए शासन प्रशासन से लिखित संघर्ष व मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायतों का अंबार लगा कर समाधान करवाने के लिए जाने जाते हैं।
वार्ड नं 3 की जनता को निर्णय करना है कि वह कैसा जनप्रतिनिधि क्षेत्र के विकास के लिए चुनते हैं....?
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