कोटद्वार की सोनाली बिष्ट बनी वायु सेना में फ्लाइंग आफीसर
सोनाली के बड़े भाई भी 2020 में आर्मी में कमीशन लेकर बन चुके हैं सैन्य अधिकारी
सोनाली के पिता भी सेना से आ. के. से सेवानिवृत्त हैं
गौरतलब है सोनाली बिष्ट ने प्राथमिक शिक्षा कोटडीढांग के ज्ञानोदय विद्यालय से ली. इंटरमीडिएट डीएवी कालेज से करने के पश्चात बीटेक की शिक्षा लेकर विप्रो में लगभग एक वर्ष तक सेवा की. बड़े भाई कै. शुभम बिष्ट की प्रेरणा माता ममता बिष्ट और पिता आ. कै. हसवंत सिंह बिष्ट के आशीर्वाद से 2020 में एएफटीसी से दो साल का प्रशिक्षण प्राप्त कर 21 जनवरी 2023 को वायु सेना में फ्लाइंग आफीसर/अधिकारी से कमीशन प्राप्त कर देश सेवा के लिए वायु सेना में शामिल हुई.
मूल रूप से पौड़ी जिले के रणस्वा गाँव व वर्तमान में कोटद्वार के कोटडीढांग सनेह मल्ली निवासी सोनाली बिष्ट का पूरा परिवार सैनिक पृष्ठभूमि से जुड़े हैं. दादाजी थलसेना से अवकाश प्राप्त स्व. भोपाल सिंह बिष्ट, नानाजी अवकाश प्राप्त सूबेदार मोहन सिंह नेगी, पिता अवकाश प्राप्त आ. कै. हसवंत सिंह बिष्ट व बडे़ भाई वर्तमान में 8th ग्रेडिनियर अलवर राजस्थान में कैप्टेन के पद को सेना में शुशोभित कर रहे हैं. छोटी बहन सिमरन देहरादून में एमबीए की अंतिम वर्ष की विद्यार्थी है.
गौरतलब है कि सोनाली कोटद्वार के सामान्य परिवार से ग्रामीण पृष्ठभूमि से शिक्षा लेकर मां के संरक्षण में सैन्य अधिकारी बनी है वही कोटद्वार के सनेह पट्टी जो कि कोटद्वार का अंतिम गाँव है से पहली सैन्य अधिकारी बनी है. सोनाली अपनी सफलता का श्रेय माता पिता और बड़े भाई को देती है. युवाओं को अपने संदेश में बताती है कि समय से अपने लक्ष्य की तैयारी पूरी लगन से करनी चाहिए, अपने पर विश्वास करना चाहिए व लक्ष्य प्राप्त करने से पहले भ्रमित नहीं होना चाहिए सफलता अवश्य मिलेगी.
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